कान शहर ने 12 मई से 23 मई तक कान फिल्मोत्सव का सफल संचालन किया. इस दौरान कान शहर फिल्मी सितारों से चमकता रहा और फिल्मोत्सव में कई फिल्में आईं और गईं. कान फिल्मोत्सव के रेड कार्पेट का जलवा इस वर्ष भी बरकरार रहा. कई हसीन चेहरों ने अपनी अदाओं से रेड कार्पेट का तापमान बढाए रखा.
कान फिल्मोत्सव 23 मई को खत्म हुआ . इस दौरान कई फिल्मों और सितारों को पुरस्कृत किया गया. आइए जानते हैं किसे क्या मिला और कौन क्या पाने से महरुम रह गया:
सर्वश्रेष्ट फिल्म (पाम ड ‘ओर’) :
थाई फिल्म ‘अंकल बोनमी हू कैन रिकॉल हिज़ पास्ट लाइव्स’ (Uncle Boonmee Who Can Recall His Past Lives) को पाम ड ‘ओर’ यानी सर्वश्रेष्ट फिल्म का पुरस्कार दिया गया. पाम ड ‘ओर’ कान समारोह का सबसे बड़ा पुरस्कार होता है.
इस फिल्म की सबसे बडी दो खासियत हैं कि इसकी कहानी एक बौद्ध भिक्षु ने लिखी है और कहानी के ज्यादातर हिस्से जंगल में फिल्माए गए हैं.
ग्रॉंड प्रिक्स (रनरअप):
इस वर्ष फ्रेंच फिल्म “ऑफ गॉड एंड मेन” को रनर अप का खिताब दिया गया है.
फिल्म की कहानी 1990 के दशक में अल्जीरिया में नागरिक अशांति के दौरान भिक्षुओं के एक समूह की है जिनके कुछ सदस्यों की हत्या कर दी जाती है.
सर्वश्रेष्ट अभिनेता: सर्वश्रेष्ठ अभिनय के लिए इस वर्ष कान फिल्मोत्सव में संयुक्त तौर से दो अभिनेताओं को सम्मानित किया गया.
स्पेन के जेवियर बार्देम को फिल्म “बिटीफुल” में एक मरते हुए पिता के रोल और इटली के एलियो जर्मानो को “ला नोस्ट्रा विटा” में एक युवा बिल्डिंग कॉंट्रेक्टर की भूमिका के लिए यह पुरस्कार दिया गया.
सर्वश्रेष्ट डायरेक्टर :
सर्वश्रेष्ठ निर्देशक का सम्मान मैथ्यू अमालरिक को ‘टुअरनी’ नामक फ़िल्म के लिए मिला.
सर्वश्रेष्ट स्क्रीनप्ले: यह पुरस्कार भारतीय लोगों के लिए अहम हैक्योंकियह पुरस्कार फिल्म “कवि” को मिला जिसकी कहानी एक भारतीय बच्चे पर आधारित है हालांकि इसका निर्देशन ग्रेग हैल्वी ने किया है.
सर्वश्रेष्ट अभिनेत्री : इरानी निर्देशक अब्बास कियारोस्तामी की फिल्म ‘सर्टीफ़ाइड कॉपी’ में अभिनय करने वाली फ़्रांसिसी अभिनेत्री जुलिएटे बिनोशे को सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का पुरस्कार मिला.
इन पुरस्कारों के अलावा भी कान फिल्मोत्सव में कई और चीजें थीं जिसने इसे इतना मशहूर बनाया. कान फिल्मोत्सव में दुनिया भर के कलाकारों ने तो भाग लिया ही साथ ही उन्होंने कुछ सामाजिक कार्य भी किए जैसे पेटा जो कि अंतराष्ट्रीय स्तर पर जानवरों के संरक्षण के लिए कार्य करती है उसके लिए फोटो-शूट, एकता का परिचय देना, व्यापारिक फिल्मों से हटकर मानव के कल्याण के लिए भी फिल्में प्रदर्शित करना आदि.
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