बॉलिवुडसपनों की ऐसी मायानगरी है जहां रोजाना नए ट्रेंड बनते हैं और बनकर पुराने हो जाते हैं. ऐसे ही कुछेक नए ट्रेंड्स के साथ मायानगरी में आजकल फिल्में आ रही हैं. आजकल लगता है बॉलिवुड की फिल्मों में हीरो को सिख युवक का गेटअप देने का नया ट्रेंड चल पड़ा है. 2008 में आई फिल्म “सिंह इज किंग” के बाद कई बड़ी फिल्मों में अभिनेताओं को हमने सरदारों के रुप में ही देखा और इसी लिस्ट में नया और ताजा नाम जुड़ा फिल्म “यमला पगला दीवाना” का.
यूं तो बॉलिवुड में पहले भी “सिंह” या सरदारों के रोल में अभिनेता आते थे पर वह कभी इस तरह बाढ़ की तरह नहीं आए थे. बॉर्डर और गदर जैसी ब्लॉकबस्टर फिल्मों में सन्नी देओल ने सिक्ख का रोल कर धमाल मचाया था तो वीर जारा में भी शाहरुख खान एक पंजाबी बने थे बेशक उसमें उन्होंने पगड़ी नहीं पहनी थी. हालांकि पगड़ी के रंग से अभिनेता अमिताभ भी न बच पाए. उन्होंने भी अपनी कई फिल्मों में सिख रोल किए. पर असली ट्रेंड तो जैसे 2008 के बाद आया जब हर दूसरी तीसरी फिल्म में हमें पंजाबी तड़का देखने को मिल ही जाता है.
“सिंह इज किंग” में अक्षय कुमार सिख युवक की भूमिका में आए तो हिट का ठप्पा लगा. उसके बाद “’जब वी मेट” फिल्म की कहानी भी पंजाबी समुदाय के ईर्द-गिर्द थी. उसी की तरह “लव आजकल” में भी सैफ अली खान एक सिख की भूमिका में दिखे. इन सब फिल्मों की एक बात खास रही और वह थी इन फिल्मों का हिट होना. पर यहां यह कहना गलत होगा कि पंजाबी तड़का फिल्म को हमेशा हिट ही करता है. इसके लिए आप “हीरोज़” का उदाहरण ले सकते हैं जिसमें सलमान ने पगड़ी संभाली थी, पर फिल्म बॉक्सऑफिस पर कुछ खास कर नहीं पाई.
आने वाले कुछ दिनों में एक बार फिर हमें पंजाबी टेस्ट चखने को मिलेगा क्योंकि पटियाला हाउस नामक फिल्म सहित और भी कई फिल्मों में कहानी पंजाबी समुदाय के आसपास रखकर बुनी गई है.
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