113 देशों की सुंदरियों को पछाड़ कर वेनेजुएला की सुंदरी इवियान लुनासोल सार्कोस कोलिमेनारिस ने विश्व सुंदरी का ताज पहन लिया. उन्हें यह ताज लंदन में आयोजित हुए एक भव्य कार्यक्रम के दौरान पहनाया गया. उन्हें यह ताज पूर्व मिस वर्ल्ड एलेक्जेंड्रिया मिल्स ने पहनाया. 1951 में पहली बार मिस वर्ल्ड के खिताब की शुरूआत हुई थी. इस साल इसका 61वां संस्करण था.
परीकथा हुई सच
दुनिया के विभिन्न हिस्सों से आई 100 से ज्यादा सुंदरियों को पीछे छोड़ 21 वर्षीया सार्कोस ने हीरों से बना यह ताज हासिल किया है. वह 61वीं मिस वर्ल्ड प्रतिस्पर्धा की विजेता बन गई हैं. 22 साल की इवियान एक प्रसारक कंपनी के लिए काम करती हैं और उन्होंने मानव संसाधन विषय की पढ़ाई की है.
हालांकि उनका बचपन बड़ी परेशानियों में बीता. आठ साल की उम्र में ही उनके माता पिता की मृत्यु हो गई. इसके बाद से उनकी परवरिश नन ने की. शुरूआत में वह भी एक नन बनना चाहती थीं लेकिन बाद में उन्होंने अपना रुख बदल लिया. बचपन से ही मां-बाप की छाया ना होने की वजह से उन्होंने अकेली जिंदगी बसर की और आज वह विश्व सुंदरी बन चुकी हैं. यह कहानी किसी परी-कथा से कम नहीं पर कहते हैं ना कि जिंदगी भी तो एक परी-कथा ही होती है बस जीने वाले का नजरिया अलग होना चाहिए.
मिस वर्ल्ड 2011 में जजों की भूमिका में पूर्व मिस वर्ल्ड विजेता सिंडी ब्रेकस्पीयर (1976), अग्बेनी डेरेगो (2001), झांग जिलिन (2007) और केनी एल्डोरिनो (2009) शामिल थीं. इस प्रतियोगिता में मिस फिलीपींस ग्वेंडोलाइन गेल पहली रनर-अप बनीं व मिस प्यूर्टो रिको अमांडा पेरेज (Amanda Perez) दूसरी रनर-अप बनीं.मिस इंडिया वर्ल्ड कनिष्ठा धनकर प्रतिस्पर्धा की शीर्ष 25 प्रतिभागियों में भी अपनी जगह नहीं बना सकीं.
देखिए मिस वर्ल्ड 2011 की कुछ झलकियां:
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