बॉलिवुड का एक युग ऐसा था जिसमें नायक प्रधान फिल्मों का ही चलन था. ज्यादातर कहानियों में जहां पुरुष एक प्रभावी भूमिका में नजर आते थे वहीं फिल्म की नायिका पराधीनता की बेड़ियों में जकड़ी अपने अस्तित्व के लिए हमेशा संघर्ष ही कर रही होती थी. लेकिन फिर समय बदला और दमित-शोषित महिलाओं की छवि को नकारते हुए मॉडर्न चरित्र वाली महिलाओं का उदय हुआ. 70 के शुरुआती दशक में ऐसी महिलाएं बॉलिवुड में अवतरित हुईं जिन्होंने अपने परंपरागत अभिनय के स्थान पर डिस्को में नाच-गाना भी किया और नकारात्मक किरदारों को भी बखूबी पर्दे पर उतारा. ऐसी ही एक अभिनेत्री हैं अरुणा ईरानी, जिन्होंने अदाकारी के साथ-साथ अपनी नृत्य क्षमता से भी दर्शकों को खूब आकर्षित किया.
अरुणा ईरानी का शुरूआती जीवन
अरुणा ईरानी का जन्म 3 मई 1952 को मुंबई में रहने वाले एक ईरानी परिवार में हुआ था. फिल्म निर्देशक इंद्र कुमार, अरुणा ईरानी के भाई हैं. अरुणा ईरानी के पति कुकु कोहली भी एक स्थापित निर्माता-निर्देशक हैं.
बॉलिवुड में अरुणा ईरानी
नौ वर्ष की उम्र में वर्ष 1961 में प्रदर्शित हुई फिल्म गंगा-जमुना के जरिए अरुणा ईरानी ने बॉलिवुड में कदम रखा. जहांनारा, फर्ज, उपकार, आया सावन झूमके जैसी फिल्मों में छोटी भूमिकाएं निभाने के बाद उन्होंने औलाद, हमजोली और नया जमाना फिल्मों में प्रसिद्ध हास्य कलाकर महमूद के साथ अभिनय किया. वर्ष 1971 में उन्होंने कारवां फिल्म में काम किया और इसके बाद वे महमूद अली द्वारा निर्देशित फिल्म बॉंबे टू गोवा (1972) गरम मसाला (1972) और दो फूल (1973) में दिखाई दी. अरुणा ईरानी ने फर्ज़ (1967), बॉबी (1973), फकीरा (1976), सरगम (1979), रॉकी (1981) जैसी फिल्मों में भी अभिनय किया.
वर्ष 1984 में प्रदर्शित हुई फिल्म पेट, प्यार और पाप के लिए अरुणा ईरानी को पहली बार फिल्मफेयर के सर्वेश्रेष्ठ सह अभिनेत्री के पुरस्कार से नवाजा गया. 90 का दशक शुरू होते-होते अरुणा ईरानी मां की भूमिकाओं में नजर आने लगीं. बेटा (1992) फिल्म में मां की दमदार भूमिका निभाने के बाद अरुणा ईरानी को फिर एक बार फिल्मफेयर के सर्वश्रेष्ठ सह-अभिनेत्री का पुरस्कार दिया गया. इस फिल्म के कन्नड़ रीमेक में भी अरुणा ईरानी ने ही अभिनय किया था.
बॉलिवुड ने भुला दी एक हसीन अभिनेत्री
बॉलिवुड के अलावा अरुणा ईरानी ने टेलीविजन पर भी अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई जिनमें मेंहदी तेरे नाम की, देस में निकला होगा चांद, वैदेही आदि जैसे प्रसिद्ध और सफल धारावाहिक प्रमुख हैं. वर्तमान में अरुणा ईरानी सोनी चैनल पर आने वाले धारावाहिक देखा एक ख्वाब में नजर आ रही हैं.
हिंदी फिल्मों के अलावा अरुणा ईरानी ने चंगू-मंगू, लपवा चपवी, एक गाड़ी बाकी अनाड़ी और बोल बेबी बोल फिल्मों में भी अभिनय किया है. हाल ही में अरुणा ईरानी को फिल्मफेयर लाइफ टाइम अचीवमेंट अवॉर्ड भी प्रदान किया गया है.
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