एक ओर तो सैफ और करीना अपनी शादी का जश्न मनाने में मशगूल हैं वहीं दूसरी ओर एक गैर मुस्लिम लड़की से विवाह करने के कारण पूरा मुस्लिम संप्रदाय पटौदी परिवार के खिलाफ हो गया है. दारुल उलूम ने सैफ और करीना के निकाह को यह कहकर नाजायज ठहरा दिया है कि विवाह करने से पहले करीना ने इस्लाम धर्म कबूल नहीं किया था और अन्य किसी धर्म के व्यक्ति के साथ विवाह करना जायज नहीं है इसीलिए सैफ अली खान और करीना कपूर के विवाह को मंजूरी नहीं दी जा सकती. दारुल उलूम की ओर से यह कहा गया है कि इस्लाम के अनुसार पति और पत्नी दोनों का ही मुसलमान होना जरूरी है अन्यथा विवाह नाजायज ही होगा.
उल्लेखनीय है कि दारुल उलूम के फतवा विभाग के वरिष्ठ मुफ्ती हबीबुर्रहमान का तो यह भी स्पष्ट कहना है कि करीना ने अपने किसी निजी स्वार्थ के लिए ही सैफ से विवाह किया है और इस्लाम धर्म इसकी इजाजत नहीं देता. दारुल उलूम के ही एक मुफ्ती उमर इलाही का कहना है कि करीना ने इस्लाम स्वीकार नहीं किया था इसीलिए शरई तौर पर यह विवाह जायज नहीं है.
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वैसे करीना कपूर और सैफ अली खान को इन सब बातों से कोई परवाह नहीं है तभी तो निकाह पर सवालिया निशान लगने के बाद भी दिल्ली में दावत-ए-वलीमा की एक बड़ी आलीशान पार्टी दी गई.
सूत्रों के अनुसार सैफ अली खान और करीना कपूर ने कोर्ट मैरेज कर एक-दूसरे को बस अंगूठी पहनाई है. इस्लामी परंपराओं के अनुसार उनका निकाह नहीं पढ़ा गया है.
आजकल सोशल नेटवर्किंग साइटों पर बेबो और नवाब के निकाह की खबरें हॉट न्यूज बनी हुई हैं. पहले विवाह के कार्यक्रमों में बेबो और नवाब क्या पहनेंगे, कौन-कौन मेहमान आएंगे जैसी खबरे गर्म थीं और अब उनके निकाह से जुड़े यह सभी विवाद टीआरपी बटोर रहे हैं.
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करीना कपूर के करीबी दोस्त और फैशन डिजाइनर मनीष मल्होत्रा का कहना है कि उन्होंने ही करीना के लिए विवाह से जुड़ी सभी ड्रेसेज तैयार की हैं और सैफ और करीना ने ताजमहल होटल में कुबूलनामा भी किया है. अपने ट्विटर अकाउंट पर मनीष ने ट्वीट किया है कि मैंने और मेरी टीम ने करीना को दुल्हन के तौर पर तैयार किया, कुबूलनामे के बाद वेडिंग पार्टी के लिए करीना ने अपनी ड्रेस चेंज की. लेकिन मनीष मल्होत्रा के ट्वीट से भी यह साफ नहीं हो पाया कि करीना और सैफ ने रजिस्टर्ड मैरेज के अलावा किस धर्म के अनुसार विवाह किया है.
आज पटौदी पैलेस में सैफ और करीना के निकाह की पार्टी है जिसके लिए स्थानीय प्रशासन पहले से ही सतर्क हो गया है. वह जानते हैं कि कुछ शरारती तत्व उन्हें परेशान करने की कोशिश करेंगे इसीलिए सुरक्षा से जुड़ी सारी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं.
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आज से 44 वर्ष पहले 27 दिसंबर, 1968 को शर्मीला टैगोर और मंसूर अली खान पटौदी का विवाह हुआ था. उनके विवाह में एक बेहद आलीशान दावत दी गई थी जिसमें कई लोग शामिल हुए थे. पटौदी के लोग इस बार भी कुछ ऐसा ही होने की संभावना जता रहे थे लेकिन इस बार ऐसा कुछ नहीं होगा क्योंकि सैफ और करीना के विवाह की दावत में चुनिंदा लोगों को ही आमंत्रित किया गया है.
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