बेटी की शादी करने के लिए पिता को दहेज देना पड़ता है यह बात तो सुनी थी पर बेटी की शादी करने के लिए एक पिता को अपने हाथ भी पीले करने पड़ते हैं यह बात तो अजीब और हैरानी वाली है. लेकिन यूपी के हरदोई में कुछ ऐसा ही मामला सामने आया है. यहां बेटी की शादी के लिए पहले एक पिता ने अपनी शादी की जिससे वह उसका कन्यादान अपने हाथों से कर सके पर इस पिता की कहानी यहीं समाप्त नहीं होती है. करीब बीस साल पहले बुजुर्ग पिता रामअवतार ने अपने बडे़ भाई की गरीब साली से विवाह नहीं कर पाने के कारण अपने साथ रख लिया था. तब से दोनों एक साथ पति पत्नी के रूप में रहते थे और दोनों की दस संतानें भी हुईं जिनमें से सात जीवित हैं.
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दोनों इतने साल एक साथ पति-पत्नी के रूप में रहते रहे लेकिन शादी करने की वजह उनकी बेटी का विवाह बना. दरअसल रामअवतार जब अपनी बेटी का विवाह करने के लिए रिश्ता देखने गए तो लोगों ने उनसे उनके विवाह को लेकर सवाल किया. चूंकि विवाह नहीं किया था इसलिए वह अपनी बेटी का कन्यादान नहीं कर सकेगा. इस समस्या को जब उसने अपने परिवार में बताया तो उसके सगे संबंधियों ने मिलकर उसे विवाह करने की सलाह दे डाली. रामअवतार ने उनकी सलाह मान ली और अपनी बेटी की शादी से पहले ही दूल्हा बन गए.
‘कन्यादान सबसे बड़ा दान’
रामअवतार ने अपनी बेटी की शादी के लिए जो अपने हाथ पीले करने का कदम उठाया वो दिलचस्प तो है ही पर साथ में बड़ा गंभीर भी है कि बेटी का कन्यादान करने के लिए स्त्री-पुरुष का शादी के बंधन में बंधना जरूरी है. जो पिता या माता अकेले ही अपने बच्चों की देख-रेख करते हैं फिर उनकी शादी के समय उन्हें किसी साथी की जरूरत क्यों होती हैं. क्या सिर्फ एक माता या एक पिता कन्यादान नहीं कर सकता है.
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