भारतीय संगीत जगत में लता मंगेशकर जी को सुरों की मल्लिका कहा जाता है. उनसे ही प्रेरणा लें आज हजारों लड़कियों सिनेमा जगत में अपनी आवाज से जादू बिखेर रही हैं. इन्हीं लड़कियों में से एक हैं कविता कृष्णमूर्ति (Kavita Krishnamurthy) जिन्होंने अपना पहला गाना ही लता जी के साथ गाया था. कभी लता मंगेशकर जी को आदर्श मान रेडियो पर उनके गाने सुनने वाली कविता के मन में ऐसी लग्न थी कि वह उन्हें कुछ सालों बाद अपने आदर्श के साथ गाने के लिए ले आई.
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Kavita Krishnamurthy Songs: कविता कृष्णमूर्ति के गानें
अपनी सुरीली आवाज के कारण हिन्दी सिनेमा जगत में एक अलग मुकाम बना चुकी कविता कृष्णमूर्ति का आज जन्मदिन है. कविता कृष्णमूति नौ साल की उम्र से ही गा रही हैं. उन्होंने आज मैं ऊपर, मेरा पिया घर आया, प्यार हुआ चुपके से, डोला रे डोला जैसे गीत गाए हैं.
बचपन से था शौक
संगीत से लगाव कविता कृष्णमूर्ति (Kavita Krishnamurthy) को बचपन से ही था. बचपन से ही रेडियो पर लता जी, मन्ना डे आदि के गाने सुन उन्हें गुनगुनाना उनकी आदत थी. जब कॉलेज के दिनों में जब विभिन्न संगीत प्रतियोगिताओं में उनका नाम रोशन हुआ तो उन्हें मौका मिला अपनी आदर्श लता जी से मिलने का. 1971 में कविता कृष्णमूर्ति (Kavita Krishnamurthy) ने अपना पहला गाना लता जी के साथ गाया था. इस गाने के दौरान वह कुछ लाइनें भूल भी गई थी लेकिन फिर उन्हें अपने सपने का आभास हुआ कि वह यही तो चाहती थी और इस तरह उन्होंने अपना पहला गाना लता जी के साथ गाया. बहुत कम लोग जानते होंगे कि कविता कृष्णमूर्तिलंदन स्कूल ऑफ़ इकोनॉमिक्स जाने वाली थीं. वह चाहती तो एक् इकोनॉमिस्ट बन सकती थीं लेकिन संगीत से उनके प्रेम ने ऐसा होने ना दिया.
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Kavita Krishnamurthy Profile in Hindi
उनका जन्म अय्यर परिवार में 25 जनवरी, 1958 को हुआ था. उनके पिता शिक्षा विभाग में अधिकारी थे. नई दिल्ली में जन्मी कविता को प्रारंभिक संगीत शिक्षा घर से ही प्राप्त हुई. इसके बाद उन्होंने बलराम पुरी से शास्त्रीय संगीत की शिक्षा लेनी शुरू की. आठ साल की उम्र में उन्होंने एक संगीत प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीता और अपने आगे की जिंदगी का सपना देखना शुरू किया.
नौ साल की उम्र में उन्हें लता मंगेशकर के साथ बंगाली में एक गीत गाने का मौका मिला. यहीं से उन्होंने फिल्मों में पार्श्वगायन करने का फैसला किया. मुंबई के सेंट जेवियर कॉलेज के उन्होंने स्नातक की डिग्री प्राप्त की और यहीं काम की तलाश में जुट गईं. अपने कॉलेज के दिनों में वह काफी चंचल थीं और हर प्रतियोगिता में बढ़-चढ़ कर हिस्सा लेती थीं. इसी दौरान एक शो में मशहूर गायक मन्ना डे ने उनका गाना सुना और उन्हें विज्ञापनों में गाने का ऑफर दिया.
Kavita KrishnamurthyCareer
इसी दौरान उनकी मुलाकात जया चक्रवती जो हेमा मालिनी (Hema Malini) की मां थी उनसे हुई. उन्होंने कविता जी की मुलाकात संगीत निर्देशक लक्ष्मीकांत से कराई. साल 1980 में उन्होंने अपना पहला गाना “काहे को ब्याही” फिल्म मांग भरो सजना के लिए गाया. हालांकि यह गाना फिल्म की रिलीज के समय काट दिया गया. इसके बाद साल 1985 में उन्हें अपार सफलता मिली. इस साल फिल्म प्यार झुकता नहीं के गानों ने उन्हें प्रसिद्धि दिलाई. इसके बाद फिल्म मिस्टर इंडिया के गाने “हवा हवाई” और “करते हैं हम प्यार” ने उन्हें सुपरहिट गायिका का दर्जा दिला दिया.
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Kavita Krishnamurthy Songs
90 के दशक में कविता कृष्णमूर्ति हिन्दी सिनेमा की अग्रणी पार्श्व गायिका बनकर उभरीं. 1942 ए लव स्टोरी में उनके गाने आज भी पसंद किए जाते हैं. उन्होंने अपने कॅरियर में आनंद मिलन, उदित नारायण, ए आर रहमान, अनु मलिक जैसे गायकों और संगीत निर्देशकों के साथ काम किया है. उन्होंने कई भक्ति गीत भी गाए हैं.
Kavita Krishnamurthy Husband
उन्होंने वायलिन वादक एल. सुब्रमण्यम से विवाह किया है.
चार फिल्मफेयर अवार्ड
उन्हें चार बार सर्वश्रेष्ठ पार्श्वगायिका का फिल्मफेयर अवार्ड मिला है. साल 1995 में 1942 ए लव स्टोरी के लिए, 1996 में याराना के लिए, 1997 में खामोशी और साल 2003 में देवदास के लिए उन्हें यह पुरस्कार दिया गया.
पद्मश्री(Padmashri)
कविता (Kavita krishnamurthy) को 2005 में देश का चौथा सबसे बड़ा नागरिक सम्मान पद्मश्री मिल चुका है.
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