एक आम इंसान अपनी पूरी जिंदगी की कमाई एक छोटा सा घर खरीदने में लगा देता है. कईयों को पूरी जिन्दगी घर भी नसीब नहीं होती है. हर रोज लाखों लोग सड़क किनारें, रेलवे स्टेशनों, गली, नुक्कड़ और ऐसे ही सार्वजनिक स्थानों पर जिंदगी गुजार देते हैं. ये लोग एक छत के लिए पूरी जिंदगी मोहताज रहते हैं, पर कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जिनके पास घर इतने होते हैं कि रहने वालों की कमी होती है. जिनके घरों में संसार की सारी सुख-सुविधा मौजूद होती है. कई बार ये हस्तियां अपनी सुख-सुविधा के लिए नियम-कानून को ताख पर रख देते हैं. आइए कुछ ऐसे ही आशियानें की बात करते हैं जो अपने वैभव या किसी और विवादों के लिए चर्चा के केंद्र में रहे हैं.
“मन्नत” : बॉलीवुड एक्टर शाहरुख खान का बंगला ‘मन्नत’ बांद्रा वेस्ट में स्थित है. शाहरुख का यह बंगला मुंबई की टॉप 10 इमारतों में से एक है. मन्नत की तुलना अक्सर अंबानी के घर ‘एंटीलिया’ से की जाती है. शाहरुख के बंगले में वो सारी खूबियां हैं, जो किसी भी अरबपति के घर में होती है. शाहरुख के इस घर में लिविंग रूम, बेडरूम, गेस्ट रूम, ऑफिस, लाइब्रेरी, जिम, मिनी स्टूडियो और बेहतरीन स्वीमिंग पुल से लेकर कार पार्किंग के लिए बेसमेंट भी हैं.
मन्नत की रूप-सज्जा शाहरुख की पत्नी गौरी ने खुद से किया है. इस बंगले में लगी विंडो से लेकर एंट्री गेट तक में बुलेट प्रूफ कांच लगाए गए हैं. सुरक्षा के लिहाज से जर्मनी से मंगाए गए लेटेस्ट डिवाइस भी बंगले के चप्पे-चप्पे में फिट हैं. मन्नत में बना गौरी का किचन किसी थ्री स्टार होटल से कम नहीं है.
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विवाद – शाहरुख का बंगला मीडिया की दखलअंदाजी को लेकर विवादों में रहा हैं एक याचिका में खान के खिलाफ आरोप लगाया गया है कि ‘मन्नत’ का निर्माण करने में पुरातात्विक कानूनों और तटीय क्षेत्र नियम का उल्लंघन किया गया. जिसे मुंबई उच्च न्यायालय ने दायर जनहित याचिका को खारिज कर दिया और याचिकाकर्ता पर 20,000 रूपये का जुर्माना भी लगाया. मन्नत के साथ लगने वाली रोड को खोलने के लिए मुंबई नगर महापालिका में शिकायत की गई थी. दरअसल मन्नत के बगल वाली रोड माउंट मैरी चर्च तक पहुंचने का शॉर्टकट है, लेकिन शाहरुख की सुरक्षा के मद्देनजर इसे बंद रखा जाता है. लिहाजा, वाचडौग फाउंडेशन ने बीएमसी को लिखे पत्र में आम लोगों के लिए उक्त रोड को खोलने की मांग की है. वैसे भी इस रास्ते को जन साधारण के लिए बंद करना गैरकानूनी है.
“आशीर्वाद” – राजेश खन्ना ने यह बंगला राजेन्द्र कुमार से 3.5 लाख रुपए में खरीदा था और तब इसका नाम डिंपल था. राजेश खन्ना इस बंगले का नाम ‘डिंपल’ ही रखना चाहते थे लेकिन राजेंद्र कुमार के अनुरोध पर राजेश खन्ना ने बंगले का नाम बदलकर आशीर्वाद रख लिया था. राजेश खन्ना की मौत एक महीने बाद ही उनकी इच्छा के मुताबिक बंगले का नाम बदलकर वरदान आशीर्वाद कर दिया गया. राजेश खन्ना के बाद बंगले का उत्तराधिकारी उनकी दोनों बेटियां- ट्विंकल और रिंकी थी, लेकिन राजेश खन्ना के साथ काफी समय तक लिव-इन में रहने वाली अनिता आडवाणी ने बंगले पर अपनी हिस्सेदारी का दावा ठोंक दिया था. जिसकी वजह से काफी समय तक इस बंगले पर विवाद चला. अब इस बंगले को ऑलकार्गो लॉजिस्टिक्स कंपनी के एक्जिक्यूटिव चेयरमैन शशि किरण शेट्टी ने 90 करोड़ रुपए में खरीदा है. Next…
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