‘अगर किसी चीज को पूरे दिल से चाहो तो पूरी कायनात तुम्हें उससे मिलाने की साजिश में लग जाती है’ शाहरुख खान की फिल्म ‘ओम शांति ओम ओम’ का ये मशहूर डॉयलाग जिंदगी की सच्चाई भी है. इसे ही आर्कषण का सिद्धांत (लॉ ऑफ अट्रैक्शन) कहते हैंं. असल में किसी चीज को पाने के लिए आपकी इच्छाशक्ति और प्रयास दोनों ही बहुत मायने रखते हैं. कुछ ऐसी ही गजब की इच्छाशक्ति ने पूरी कायनात को मजबूर कर दिया शाहरूख खान को गौरी खान से हमेशा-हमेशा के लिए मिलाने को.
आज किंग खान के नाम से मशहूर शाहरुख खान दुनियाभर के करोड़ों फैंस के दिलों पर राज करते हैं. लेकिन एक वो दौर था जब शाहरुख के दिल पर प्यार की दस्तक हुई थी. शाहरुख और गौरी खान की लव स्टोरी बिल्कुल फिल्मी है, जिसमें आखिरी में सबकुछ ठीक हो जाता है. शाहरुख, गौरी को इस कदर पसंद करते थे कि शादी के समय गौरी को इम्प्रेस करने के लिए घोड़े की जगह हाथी पर बैठकर आए थे. आइए हम आपको बताते हैं शाहरुख की दीवानगी की हद .
वो पहली नजर का प्यार
शाहरुख ने गौरी को पहली बार एक पार्टी में देखा था. जब गौरी सिर्फ 14 साल की थी और शाहरूख 19 साल के थे. इसके बाद बहुत मेहनत के बाद शाहरुख ने गौरी के घर का नम्बर हासिल किया. उस दौरान शाहरुख बहुत इनसिक्योर हुआ करते थे. उन्हें पल-पल ये डर लगा रहता था कि कहीं गौरी उनसे दूर न चली जाए. इसी इनसिक्योरिटी की वजह से शाहरुख और गौरी में कई बार लड़ाई भी हो जाती थी. गौरी, शाहरुख की इसी आदत से परेशान होकर उन्हें बिना बताए दिल्ली से मुंबई तक चली गई थी, लेकिन शाहरुख ने गौरी से मिलने की उम्मीद नहीं खोई और उन्हें ढूंढ़ते हुए मुंबई पहुंच गए.
अपने स्कूल वाले प्यार के लिये आपने भी किया होगा ये सब
वो रोज गौरी को मुंबई की गलियों, रेस्टोरेंट, होटल, हॉल हर जगह पर तलाश करते थे. एक रोज उन्हें गौरी ‘अक्सा बीच’ पर मिल ही गई. गौरी शाहरुख के बेशुमार प्यार को देखकर रोने लगी. इसके बाद दोनों ने शादी करने का फैसला किया. दोनों की शादी में सबसे बड़ी परेशानी थी उनके धर्म का अलग होना. शाहरुख को गौरी के परिवार को मनाने के लिए खासी मशक्कत करनी पड़ी. ऐसा कोई मौका नहीं गया जब शाहरुख ने गौरी और उनके परिवारवालों को इम्प्रेस करने का मौका हाथ से जाने दिया हो. आखिरकार दोनों को कामयाबी हासिल हुई और दोनों की शादी पक्की कर दी गई.
शादी में घोड़े पर नहीं, हाथी पर बैठकर आए थे शाहरूख
आपको जानकर हैरानी होगी कि अपनी शादी में शाहरुख हाथी पर बैठकर गौरी के घर बारात लेकर आए थे. इसकी सबसे बड़ी वजह थी कि शाहरुख, गौरी को सरप्राइज देना चाहते थे. पहले शाहरुख घोड़े पर बैठकर आए थे, लेकिन फिर उन्होंने सोचा कि घोड़े पर बारात लेकर तो सभी आते हैं उन्हें कुछ नया करना चाहिए, जिससे गौरी भी खुश हो जाए और वहां मौजूद मेहमान भी. जब शाहरुख हाथी पर बैठकर शादी में गए तो गौरी के परिवारवाले अपने दामाद की तारीफ करते नहीं थके.
वैसे ये भी कमाल की बात है कि शाहरुख और गौरी की शादी तीन बार हुई थी. एक बार कोर्ट मैरिज, दूसरी बार हिन्दू रीति-रिवाजों के अनुसार शादी और तीसरी बार निकाह. शाहरुख ऐसे पहले बॉलीवुड अभिनेता हैंं जो अपनी शादी में घोड़े नहीं बल्कि हाथी पर आए थे…Next
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