फिल्में बनाने के लिए निर्देशक और कलाकार बहुत मेहनत करते हैं. कई बार फिल्में बनने में ही सालों का वक्त लग जाता है. आपने सुना होगा भारत की ऐतिहासिक फिल्म ‘मुगले आजम’ को बनने में 10 साल लग गए थे. वहीं हॉलीवुड में भी फिल्मों को बनाने के लिए निर्देशक अपनी जी जान लगा देते हैं.
खासकर भुतहा और सस्पेंस से बनी फिल्मों के लिए वह बहुत मेहनत करते हैं. तभी तो कुछ फिल्में वो ऐसी बना देते हैं जिसके चक्कर में निर्देशक और एक्टरों को जेल की हवा खानी पड़ती है.
1. कैन्नीबल होलोकॉस्ट (Cannibal Holocaust-1980)
यह फिल्म सच्ची घटना पर आधारित थी, शायद इसलिए फिल्म के रिलीज होने के साथ ही इसपर बहुत बवाल हुआ था. इस फिल्म में जिस तरह का चित्रण किया गया था वो बहुत ही भयानक था. इस फिल्म के रिलीज होने के बाद ही डॉयरेक्ट पर ये आरोप लगे कि शूटिंग के दौरान फिल्म में काम करने वाले कलाकरों की मृत्यु हो गई. इस मामले को इटली की कोर्ट ने गंभीरता से लिया. हालांकि डॉयरेक्टर ने कोर्ट को पूरे सबूत दिए की ये कैमरा और टेक्नॉलजी का कमाल है और सभी कलाकारों को भी पेश किया गया, तब जाकर कहीं कोर्ट ने डॉयरेक्टर को छोड़ा.
2. गिनी पिग 2: फ्लावर ऑफ फलेश एंड ब्लड (Guinea Pig 2: Flower of Flash and Blood– 1985)
1985 में आई एक और भूतहा फिल्म ने लोगों में खलबली मचा दी. लोगों को फिल्म देखकर लगा कि इस फिल्म में जिन लोगों ने काम किया है उन सब की मौत हो चुकी है. कई लोगों को लगा कि इस फिल्म में वाकई में मर्डर किए गए थे. इस फिल्म की सही तरीके से जांच करने के ये काम जांच एजेंसी एफबीआई को बुलाया गया था. बाद में इस फिल्म में भी ग्राफिक्स ही असली विलने निकला.
3. अ लिज़ार्ड इन अ वुमन’से स्किन (A Lizard in a Vumn’se Skin-1971)
इस फिल्म में मुख्य किरदार में रही अभिनेत्री एक मानसिक रोगी रहती है. दरअसल यह फिल्म विवादों में इसलिए आई थी क्योंकि इस फिल्म में एक ऐसा दृश्य है जिसमें एक कुत्ते को बुरी तरह से जख्मी दिखाया गया था और उसके कुछ अंगों को भी पर्दे पर दिखाया गया था. इस दृश्य के लिए डॉयरेक्टर को करीब 2 साल की जेल हुई, लेकिन बाद में उन्होंने अपनी बेगुनाही साबित कर दी कि फिल्म में किसी भी जानवर को कोई हानि नहीं हुई है.
रिलीज से पहले इस तरह होती है फिल्में लीक
4. अ सर्बियन फिल्म (A Serbian Film– 2010)
2010 में आई ये फिल्म बहुत ही ज्यादा उग्र तरीके से प्रदर्शित की गई थी. इस फिल्म में कई ऐसे सीन थे जिन्हें लोग देख तक नहीं पा रहे थे. इस फिल्म में सच्चाई को दिखाया था लेकिन जिस तरह से पर्दे पर उसे उतारा गया वह बहुत ही भयानक है. इस फिल्म के लिए निर्देशक पर नैतिकता, शालीनता, अप्राकृतिक कृत्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया गया था.
5. स्नूफ्फ (Snuff– 1976)
इस फिल्म में वैसे तो कुछ नहीं था लेकिन फिल्म के अंत के दृश्य में दर्शकों ने जो देखा वो उनके लिए बहुत चौंका देने वाला था. दरअसल फिल्म के आखिर में पर्दे पर डॉयरेक्टर ही अपनी महिला एक्टर की हत्या करते हुए देखा गया था. इस सीन में डॉयरेक्टर एक्टर के हाथों की उंगलियों को काट रहा था. उन पर मानव हत्या का केस चला. हालांकि केस को बाद में रद्द कर दिया गया था…Next
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