बॉलीवुड के खिलाड़ी अक्षय कुमार का असली नाम राजीव हरिओम भाटिया है. अक्षय आज भले ही सुपरस्टार के तौर पर जानें जाते हैं लेकिन एक दौर ऐसा भी था जब उन्हें साइड रोल में भी नहीं रखा जाता था. आइए जानते हैं एक खिलाड़ी की संघर्ष भरी कहानी.
बैंकॉक तक का सफर
भारत में ताइकक्वांडो में ब्लैक बेल्ट हासिल करने के बाद अक्षय ने थाईलैंड के बैंकॉक में मार्शल आर्ट्स की पढ़ाई की. अक्षय कुमार ने कभी किसी काम को छोटा या बड़ा नहीं समझा. मार्शल आर्ट सीखने के लिए जब वे बैंकॉक गए तो वहां पर शेफ और वेटर का काम किया तथा बच्चों को मार्शल आर्ट भी सीखाया.
कैसे चुना मॉडलिंग को कॅरियर
जब अक्षय मुंबई आकर बच्चों को मार्शल आर्ट सीखा रहे थे, उसी दौरान उनके एक स्टूडेंट के पिता ने उन्हें मॉडलिंग करने की सलाह दी. अक्षय ने उनकी बात को गंभीरता से लिया और जल्द ही मशहूर फोटोग्राफर जयेश सेठ को असिस्ट करने लगे ताकि उनका प्रोटफोलिओ मुफ्त में बन सके. उस दौरान उनके पास कई सारे ऑफर थे.
गोविंदा ने देखी थी अक्षय में सुपरस्टार की झलक
जयेश सेठ के लिए काम करने वाले अक्षय काम के दौरान वो गोविंदा की कुछ फोटोज उन्हें देने गए. उस वक्त गोविंदा अक्षय को देखकर कहा कि तू हीरो क्यों नहीं बनता. ये सुनकर अक्षय के दिल में ये बात घर कर गई कि वो भी हीरो बन सकते हैं. उन्होंने एक्टिंग का कोर्स भी किया, जिसके बाद उन्हें एक फिल्म ‘आज’ का ऑफर मिला, जब फिल्म रिलीज हुई तो पता चला कि उनका रोल सिर्फ 7 सेकेंड का था. इस फिल्म के हीरो का नाम था अक्षय. उसी वक्त राजीव भाटिया यानी अक्षय ने अपना नाम बदलकर उस फिल्म के हीरो के नाम पर रख लिया.
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किस्मत ने दिलाया पहला मौका
नटराज स्टूडियो के बाहर एक मेकअप मैन नरेंद्र की नजर अक्षय पर पड़ी और उन्होंने तुरंंत अक्षय को प्रोड्यूसर के सामने पेश कर दिया. उनकी तस्वीर को देख प्रमोद चक्रवर्ती ने फिल्म ‘दीदार’ के लिए साइन किया. हालांंकि यह फिल्म 1992 में रिलीज हुई और उसके पहले हीरो के तौर पर अक्षय की पहली फिल्म ‘सौगंध’ थी जो पर्दे पर 1991 में आई थी. ये फिल्म कुछ खास नहीं कर पाई.
1992 में इस रोल के लिए हुए रिजेक्ट फिर भी बने ‘खिलाड़ी’
1992 में अब्बास मस्तान ने अक्षय को लेकर एक एक्शन फिल्म बनाई जिसका नाम ‘खिलाड़ी’ रखा. इस फिल्म ने रातों रात अक्षय को नया सितारा बना दिया. यह फिल्म अक्षय की पहली सुपरहिट फिल्म साबित हुई. उस दौरान अक्षय को हिट फिल्म ‘जो जीता वही सिंकदर’ में लिया जाना था जिसमें आमिर खान भी थे. लेकिन उनकी जगह दीपक तिजोरी को चुना गया. वैसे फिल्म ‘खिलाड़ी’ में भी अक्षय के साथ दीपक ने काम किया था.
कैसे बने सबसे बड़े खिलाड़ी
इन फिल्मों ने दिलाया खिलाड़ी का दर्जा. ‘मैं खिलाड़ी तू अनाड़ी’ (1994), सबसे बड़ा खिलाड़ी (1995), खिलाड़ियों का खिलाड़ी (1996), मिस्टर और मिसेस खिलाड़ी (1997) और इंटरनेशनल खिलाड़ी (1999) जैसी फिल्मों में अक्षय के काम को पसंद किया गया…Next
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