‘आंखों में तेरा ही चेहरा धड़कन में तेरी ही यादें करती है दीवाना’ आपको आर्यन बैंड का ये गाना तो जरूर याद होगा, इस एलबम के गाने में सबसे पहले चाकलेटी हीरो माने जाने वाले शाहिद कपूर को पहली बार स्क्रीन पर एंट्री मिली थी. इसके बाद साल 2003 में आई फिल्म इश्क-विश्क में उन्होंने अपने दमदार अभिनय से सबका दिल जीत लिया था.
जब वी मेट, हैदर, उड़ता पंजाब, जैसी कई बेहतरीन फिल्मों में एक्टिंग करने वाले शाहिद के संघर्ष (स्ट्रगल) के दिनों के बारे में बहुत कम लोग ही जानते हैं.
पंकज कपूर के बेटे है शाहिद
शाहिद कपूर अपने बारे में बताते हैं कई लोगों को लगता है कि मैं एक अभिनेता का बेटा हूं इसलिए मेरे लिए सबकुछ बहुत आसान हुआ होगा, लेकिन मेरे लिए कुछ भी आसान नहीं था. कई बार तो ऐसा होता था कि मेरे पास खाना खाने तक के पूरे पैसे नहीं होते थे.
100 बार रिजेक्ट किया गया था
शाहिद कपूर के बारे में ये बात हर कोई जानता है कि उनकी पहली फिल्म इश्क-विस्क थी, लेकिन उनके बारे में शायद ही ये बात किसी ओर को पता हो कि पहली फिल्म मिलने से पहले उन्हें 100 बार रिजेक्ट किया गया था. शाहिद बताते हैं कि वो दौर उनकी जिंदगी का अब तक का सबसे खराब अनुभव था, उन्होंने 100 बार रिजेक्शन को कभी खुद पर हावी नहीं होने दिया.
13 साल का शानदार सफर
शाहिद कपूर ने बॉलीवुड में अभी तक 13 साल का शानदार सफर पूरा किया है. जिसमें उन्होंने कई बेहतरीन फिल्मों में काम किया है. उनकी पिछली फिल्म ‘उड़ता पंजाब’ में उनके अभिनय की जमकर तारीफें हुई थी.
शाहिद कपूर की कॅरियर की इस कहानी को सुनकर कोई भी हैरान हो सकता है क्योंकि आधुनिक युग में लोग 2-3 बार रिजेक्शन नहीं सह सकते, ऐसे में 100 बार रिजेक्ट होने के बाद सफलता को छूना किसी अजूबे से कम नहीं है…Next
Read More :
ये हैं बॉलीवुड के अब तक के इतिहास में बनी 7 सबसे दमदार सस्पेंस थ्रिलर फिल्में
सुपरफ्लॉप हुई पहली फिल्म, 60 डांस बारों के चक्कर लगाकर बना बॉलीवुड का कामयाब सितारा
Read Comments