अक्सर ऐसा होता है कि हमारी असल जिंदगी पर कोई फिल्म या फिल्मी डायलॉग बहुत असर डालता है. अब हर बात में फिल्म के किरदार और कहानी तलाशते रहते हैं. फिल्मी होने के भी अपने ही फायदें और नुकसान है लेकिन एक व्यक्ति ऐसा भी है जिसने फिल्म आने से पहले ही फिल्म के एक डायलॉग को सुपरहिट बना दिया. वो भी बस ट्रेलर में दिखाए गए एक डायलॉग से. चलिए, अब हम आपको बताते हैं पूरी बात. आपने शाहरुख खान की आने वाले फिल्म रईस का ट्रेलर तो जरूर देखा होगा. उसमें शाहरूख खान एक डायलॉग बोलते हैं. ‘कोई भी धंधा छोटा नहीं होता और धंधे से बड़ा कोई धर्म नहीं होता.’
मुंबई के एक मोची श्याम बहादुर रोहीदास इतने प्रभावित हुए कि उन्होंने ये डायलॉग अपनी दुकान के बाहर प्रिंट करवाकर लगा दिया. इस पोस्टर को देखकर जब भी कोई व्यक्ति श्याम की दुकान के बाहर से गुजरता है तो उसकी नजर इस पोस्टर पर पड़ जाती है और उनके चेहरे पर मुस्कान आ जाती है.
अपने पेशे के बारे में श्याम बहादुर का कहना है कि उनके पिता एक फैक्टरी में काम करते थे और बाकी बचे हुए वक्त में वो घर आकर मोची का काम किया करते थे. उनकी बचपन से इच्छा थी कि वो मोची की दुकान खोले, वो नौकरी नहीं करना चाहते थे क्योंकि वो अपना बॉस खुद बनने में विश्वास रखते हैं. वो मानते हैं कि वो अपने पेशे से बेहद खुश है क्योंकि वो इस धंधे में अपने मन के मालिक खुद हैं. इसके अलावा अपनी शुरुआती कहानी बताते हुए श्याम कहते हैं कि वो काम की तलाश में मुंबई आए थे. बहुत जगह काम करने के बाद उनका मन हुआ कि वो मोची की दुकान खोले. जिसके लिए उन्होंने मोची का काम सीखा.
इस पोस्टर के बाद श्याम की कहानी सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है. ऐसे में ये कहना गलत नहीं होगा कि शाहरुख की रईस से पहले श्याम बहादुर को इस एक डायलॉग ने हिट कर दिया है…Next
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