अमिताभ बच्चन, एक ऐसी शख्सियत, जिसका नाम ही काफी है। आज 75 बसंत पूरे करने वाले बिग बी का जीवन बड़ा उतार-चढ़ाव भरा रहा है। जो सफलता आज उनके कदम चूम रही है, उसे पाने के लिए कभी उन्हें भी कड़ा संघर्ष करना पड़ा है। पहले स्टारडम और फिर एबीसीएल के बाद दिवालिया होने की स्थिति तक पहुंचे। इसके बाद अमिताभ ने वापस इंडस्ट्री में अपनी धाक जमाई और सदी के महानायक का उपनाम पाया। इन 75 वर्षों में अमिताभ ने अपनी काबिलियत को हर तरह के किरदार में साबित किया। वहीं, उनकी जिंदगी से जुड़ा एक दूसरा पहलू भी है। अमिताभ से कुछ बड़े विवाद भी जुड़े हैं, जिन्हें शायद आप न जानते हों। कभी इंडस्ट्री में उनके अपने कहे जाने वाले लोगों ने उन पर आरोप लगाए, तो कभी सियासी गलियारों से भी आरोप लगे। पनामा पेपर लीक मामले में भी अमिताभ का नाम आया। आइये आपको बताते हैं बिग बी से जुड़े कुछ बड़े विवादों के बारे में।
मुझसे हॉस्पिटल में मिलने तक नहीं आया- महमूद
कहा जाता है कि अमिताभ को बॉलीवुड में लाने वाले महमूद थे। अमिताभ के खिलाफ पहली बार खुलकर बोलने वाले भी महमूद ही थे। एक घटना का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा था कि जिस आदमी को सक्सेस मिले उसके दो बाप हो जाते हैं। एक बाप वो, जो पैदा करता है और एक बाप वो, जो पैसा कमाना सिखाता है। पैदा करने वाला बाप तो बच्चन साहब हैं ही। अमित अपने वालिद को लेकर वहां आए ब्रिच कैंडी, जहां मेरा बाइपास हुआ था। लेकिन अमित ने वहां ये दिखा दिया कि असली बाप असली होता है और नकली बाप नकली होता है। उसने आकर मुझे हॉस्पिटल में विश भी नहीं किया। मुझसे मिलने भी नहीं आया। एक ‘गेट वेल सून’ का कार्ड भी नहीं भेजा। एक छोटा सा फूल भी नहीं भेजा, ये जानते हुए कि भाई जान (महमूद) भी इसी हॉस्पिटल में हैं। तो मेरे साथ तो कर लिया, मैं बाप ही हूं उसका, मैंने माफ कर दिया और कोई बद्दूआ नहीं दी। आई होप दूसरों के साथ ऐसा न करे। यह पहली घटना थी जब खुलकर किसी ने अमिताभ बच्चन के खिलाफ कहा कि अमिताभ ने उनके साथ गलत किया।
सर जी का न निकलना, मैं निकल गया उस ग्रुप से- कादर खान
एक समय में कादर खान और अमिताभ बच्चन इंडस्ट्री में दोस्त माने जाते थे। मगर एक बार कादर खान ने भी अमिताभ बच्चन पर कुछ ऐसा बोला, जो लंबे समय तक सुर्खियों में रहा। एक घटना का ज्रिक करते हुए कादर ने कहा था कि उनके ग्रुप से किसी ने कहा कि अमिताभ को सर जी कहो, तो मैंने कहा यार वो तो अमित है, सर जी कब से हो गया। फिर उसने कहा कि हां, कॉल हिम सर जी और सभी ने सर जी बोलना शुरू कर दिया था। मेरे मुंह से निकला नहीं सर जी और उस सर जी का न निकलना, मैं निकल गया उस ग्रुप से। कादर ने कहा कि मैं नहीं कर सका वो इसीलिए शायद मेरा उनसे वो राबता नहीं रहा। इसीलिए खुदा गवाह में मैं नहीं था। ‘गंगा जमुना सरस्वती’ मैंने आधी लिखी, आधी छोड़ दी। इसके बाद कुछ फिल्में आखिर आखिर की, जो मैंने नहीं लिखी, वो छोड़ दी।
विनोद खन्ना और शत्रुघ्न सिन्हा जैसे साथी कलाकारों से मनमुटाव
विनोद खन्ना और शत्रुघ्न सिन्हा, इंडस्ट्री के दो ऐसे कालाकर, जिनके साथ रोल की लेंथ को लेकर कई बार अमिताभ से मनमुटाव की खबरें आईं। खबरें तो यहां तक आई थीं कि अग्निपथ फिल्म में मिथुन चक्रवर्ती का रोल भी अमिताभ के कहने पर ही छोटा किया गया था। हालांकि, ऐसी बातों को विनोद, शत्रुघ्न और मिथुन नकारते रहे हैं।
उनकी रीढ़ में हड्डी नहीं- अमर सिंह
एक दौर ऐसा भी था, जब अमिताभ और राजनेता अमर सिंह की दोस्ती की चर्चा हर ओर होती थी। कहा जाता है कि अमिताभ के सबसे बुरे वक्त में अमर सिंह ने ही उनका साथ दिया, लेकिन बाद में इन दोनों के बीच मनमुटाव हो गया। एक कार्यक्रम में अमर सिंह ने अमिताभ के बारे में कहा कि एक अच्छे कलाकार हैं, लेकिन उनकी रीढ़ में हड्डी नहीं है। वे अपने बचपन के दोस्त राजीव गांधी के कहने पर इलाहाबाद से चुनाव लड़े और जीते, लेकिन मैदान छोड़कर भाग गए और फिर गांधी परिवार से दूर हो गए।
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