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ये है इंडिया का ‘टैटू मैन’, आंखों में भी बनवा लिए टैटू

लंबे समय से टैटू फैशन ट्रेंड बना हुआ है। स्पोर्ट्स पर्सन हों या फिल्म स्टार या‍ फिर ऑफिस या कॉलेज गोइंग यूथ, सभी टैटू के दीवाने हैं। मगर अपने देश में एक ऐसा शख्स‍ भी है, जो टैटू को लेकर इतना दीवाना है कि अपनी आंखों की पुतली पर भी टैटू बनवा लिए हैं। दिल्ली निवासी करण ऐसा कारनामा करने वाले देश के पहले व्यक्ति हैं। इस टैटू को Sclera टैटू कहा जाता है। टैटू आर्टिस्ट करण (28) अपने इस कारनामे के चलते सोशल मीडिया पर चर्चा में हैं।


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सर्जरी में खर्च किए लाखों रुपये


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करण का दिल्ली में स्टूडियो है। उन्‍होंने सोशल मीडिया पर एक वीडियो अपलोड किया है, जिसमें उनकी टैटू बनी आंखें दिख रही हैं। आंखों पर टैटू बनवाने के लिए करण ने ‘sclera staining’ सर्जरी कराई है, जिसमें स्याही स्थायी रूप से आंखों के सफेद वाले हिस्‍से में इंजेक्ट की जाती है। इस सर्जरी में लाखों रुपये का खर्च आया। सर्जरी के बाद शुरू में धूप के चश्मे के बिना बाहर निकलना संभव नहीं होता। सर्जरी कराने के बाद आखों से पानी आना, जलन होना आम बात होती है। कुछ समय तक बड़ी सतर्कता बरतनी पड़ती है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, एक ऑस्ट्रेलियाई स्पेशलिस्ट ने 18 सितंबर को करण की आंखों में टैटू बनाए थे। दोनों आंखों में टैटू बनवाने में कुछ घंटे लगे।


खराब हो सकती थी आंखें


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विशेषज्ञों का मानना है कि यह बेहद खतरनाक सर्जरी होती है, जिसमें काफी दर्द भी होता है। अगर सर्जरी में थोड़ी भी लापरवाही हो जाए, तो हमेशा के लिए आंखें खराब हो सकती हैं। हालांकि करण के साथ ऐसी कोई दिक्‍कत नहीं हुई। उनका कहना है कि काफी रिसर्च के बाद उन्‍होंने सर्जरी कराई है। ऐसा करने से पहले परिवार और दोस्तों से भी बात की थी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कुछ दिनों पहले एक कैनेडियन महिला ने भी करण की तरह आईबॉल्स पर टैटू बनवाने की कोशिश की थी, लेकिन उसकी एक आंख खराब हो गई। उसे उस आंख से दिखना बंद हो गया था।


13 साल की उम्र से बनवा रहे टैटू


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मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, करण बताते हैं कि वे 13 साल की उम्र से टैटू बनवा रहे हैं। अपने शरीर में कई टैटू और पियरसिंग करवा रखी हैं। करण एक फुलबॉडी फोटोशूट पर काम कर रहे हैं। यह ऐसा फोटोशूट होता है, जिसमें फोटोशूट कराने वाला शख्‍स सिर से लेकर पांव तक एक ही टैटू से घिरा रहता है। करण का कहना है कि वे पिछले छह महीनों से फोटोशूट के लिए तैयारी कर रहे हैं। इसके लिए उन्‍हें हर महीने दो से तीन दिन अपने शरीर पर टैटू बनवाने पड़ते हैं।


इसे ही मानते हैं पैशन और प्रोफेशन


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टैटू को अपना पैशन और प्रोफेशन मानने वाले करण का कहना है कि आंख की पुतली में टैटू का स्तर बाकी टैटू से बेहद ऊपर है। इसे बनाने के लिए इंक को झिल्ली के अंदर इंजेक्ट किया जाता है, जो बहुत पतला और विशेष कोणों के कुछ स्थानों पर नग्न आंखों से अदृश्य होता है। अगर सुई आंखों के अंदर है और आप अपनी आंखों को घुमाते हैं, तो झिल्ली टूट सकती है। इसके बाद आप हमेशा के लिए अंधे हो सकते हैं।


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